पिथौरागढ़। चीन सीमा को जोड़ने वाली तवाघाट-लिपुलेख सड़क धारचूला से 45 किमी आगे लखनपुर के पास चट्टान दरकने से बंद हो गई है। यहां पर करीब 120 मीटर सड़क पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। सड़क को आवागमन के लिए सुचारू करने में दो-तीन दिन का समय लग सकता है। सड़क बंद होने से धारचूला और गुंजी में तीन सौ से अधिक यात्री फंस गए हैं। बार-बार सड़क बाधित होने से यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लखनपुर के पास मंगलवार की शाम करीब पांच बजे अचानक चट्टान दरक गई। इससे आदि कैलाश, ओम पर्वत की यात्रा कर लौटने वाले करीब 150 यात्रियों को गुंजी और अन्य जगहों पर ही रुकना पड़ा। धारचूला में भी करीब 150 से अधिक यात्री उच्च हिमालयी क्षेत्र में जाने का इंतजार कर रहे हैं। इन यात्रियों को बुधवार को ओम पर्वत और आदि कैलाश दर्शन के लिए जाना था लेकिन बंद सड़क ने उनकी राह रोक दी। यात्रियों से धारचूला के होटल, केएमवीएन पर्यटक आवास गृह भरे हुए हैं। यात्राधिकारी धन सिंह बिष्ट ने बताया कि नवें दल के यात्री ओम पर्वत के दर्शन के लिए गए हैं। बृहस्पतिवार को यात्री आदि कैलाश के दर्शन के लिए जाएंगे। 10वें दल के 20 यात्री बुधवार शाम तक पिथौरागढ़ पहुंचने वाले हैं। धारचूला आवास गृह में जगह नहीं होने से यात्रियों को सड़क खुलने तक पिथौरागढ़ में ही रोका जाएगा। उन्होंने बताया कि सड़क खुलने में दो से तीन दिन का समय लग सकता है।