चमोली-चमोली जिले में बृहस्पतिवार देर रात शुरू हुई बारिश शुक्रवार को दिनभर होती रही। बारिश से जिले में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बदरीनाथ हाईवे के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों को यातायात से जोड़ने वाली करीब 32 सड़कें जगह-जगह मलबा आने से बंद हो गईं, वहीं गाड-गदेरों के उफान पर आने से नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया। घाट बाजार के बीचों बीच बह रही चुफलागाड गदेरे का जलस्तर बढ़ने से व्यापारियों व स्थानीय लोगों में दिनभर अफरा-तफरी मची रही। जबकि रामणी गांव में कई घरों में पानी घुस गया। शुक्रवार को दिनभर जिले में तेज बारिश होती रही, जिससे गाड-गदेरे उफान पर आ गए। घाट ब्लाक के रामणी गांव में बरसाती पानी ग्रामीणों के घरों में घुस गया। घाट मुख्य बाजार में चुफलागाड सुबह से ही उफान पर बहती रही, जिसे देख दुकानदारों व ग्रामीणों में अफरा-तफरी मची रही। लोग घरों में जाने से कतराते रहे। विभिन्न जगहों पर मलबा आने से जिले में 90 सड़कें बंद हो गई थीं और बारिश के बीच ही लोनिवि व पीएमजीएसवाई ने 58 सड़कों को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया है, जबकि 32 मार्ग अभी भी बंद हैं। वहीं मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे बेनाकुली बैंड, लामबगड़, गुलाबकोटी और रड़ांग बैंड के समीप बंद हो गया है, जबकि हेलंग-उर्गम सड़क भी जल विद्युत परियोजना हेलंग के समीप भूस्खलन होने से करीब बीस मीटर तक क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे ग्रामीणों की आवाजाही ठप पड़ गई है। पोखरी में कनकचौंरी-पोगठा, उडामांडा-रौता, उडामांडा-सिनाऊं और हापला-गुड़म मार्ग मलबा आने से बंद हो गए। क्षेत्र में लगातार बारिश से सड़कों को खोलने का काम भी शुरू नहीं हो पाया है।