बागेश्वर: नेहरू युवा केंद्र ने जल शक्ति मंत्रालय के कैच द रैन यानी जब भी बरसे जहां भी बरसे कार्यक्रम के तहत वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें पानी को संरक्षित करने पर लंबी चर्चा हुई। केंद्र के राज्य निदेशक उमेश साहनी ने देहरादून से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने जल शक्ति मंत्रालय की नीतियों की जानकारी दी। जल संचयन और संरक्षण के उपाय और सुझाव दिए। डॉ. योगेश धस्माना ने जल संचयन के लिए पौराणिक तौर तरीकों पर चर्चा की। धारे, नौलों, चाल-खाल को संरक्षित करने पर बल दिया। डॉ. जितेंद्र तिवारी ने कहा कि दिन प्रतिदिन घटता जल स्तर चिंता का विषय है। आलोक पांडे ने शहर, कस्बों में पुराने जलस्रोतों को पुर्नजीवित करने पर बल दिया। राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता अजय ओली ने कहा कि जल की आवश्यकता दैनिक जीवन में जितनी है, उतना ही उपभोग किया जाए। कैलाश प्रकाश चंदोला ने कैच द रेन कार्यक्रम को सभी युवाओं, स्वयं सेवियों तक पहुंचाने को कहा। संचालन जिला युवा अधिकारी ध्रुव डोगरा ने किया।