एमबीबीएस की फीस में कटौती के लिए छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। इसकी शुरुवात शनिवार श्याम से हो गई थी। बता दें, की शनिवार को बैच 2019 और 2020 के छात्रों ने एप्रन पहनकर मेडिकल कॉलेज परिसर पर प्रदर्शन किया और तीन घंटे दून मेडिकल कॉलेज में धरना दिया। छात्रों का कहना था कि फीस इतनी महंगी है कि गरीब लोग अपने बच्चों को डॉक्टर बनाने की सोच भी नहीं सकते। कई छात्रों ने नीट परीक्षा पास करने के बाद सीट छोड़ी। उधर, बांड हटा दिया गया और फीस भी कम नहीं की गई। जबकि, कई राज्यों में बांड न होने के बाद भी फीस बेहद कम है। छात्रों ने कहा कि वे इस बारे में सीएम, स्वास्थ्य मंत्री और सैनिक कल्याण मंत्री से भी मिल चुके हैं। अब उनका धरना लगातार जारी रहेगा। वे अपनी क्लास भी नहीं छोड़ेंगे और शाम को धरना-प्रदर्शन करते रहेंगे।उन्होंने सीएम, स्वास्थ्य मंत्री और उच्चाधिकारियों को ज्ञापन भेजे। इसी की साथ यह कहते हुए की, उत्तराखंड के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की फीस देश में सबसे ज्यादा है, उन्होंने फीस कम न होने तक आंदोलन की चेतावनी भी दी है।