हरिद्वार। बी.एच.ई.एल हरिद्वार के मुख्य अस्पताल के गेट पर भेल मजदूर ट्रेड यूनियन संबद्ध इंकलाबी मजदूर केन्द्र द्वारा लगातार चिकित्सा सुविधाओं की कटौतियों के विरोध में सांकेतिक धरना दिया गया। धरना सभा को संबोधित करते हुए
*बी.एम.टी.यू के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नीशू कुमार* ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं की कटौतियों के पीछे सरकार एवं कारपोरेट की पूजीपरस्त निजीकरण एवं विनिवेशिकरण की नितियों के परिणाम है उदारीकरण की नीतियों से सीधे मालिक वर्ग को फायदा मिला।
*बी.के.यू.एम. के अध्यक्ष देबाशीष भट्टाचार्य* ने धरने का समर्थन किया! और कहा कि आज भेल मुख्य अस्पताल में सामान्य बी पी एवं शुगर बिमारियों तक की दवाईयों की व्यवस्था नहीं की जा रहीं हैं यह स्वास्थ्य व्यवस्था के बड़े खतरे की ओर संकेत कर रही है।
*बी.एम.टी.यू के महामंत्री अवधेश कुमार* ने कहा कि हमने दो ज्ञापन इससे पूर्व सी.एम.ओ भेल अस्पताल को सोपे परन्तु कोई सकारात्मक समाधान नहीं निकलने पर सांकेतिक धरना दिया गया।
*इंकलाबी मजदूर केंद्र के हरिद्वार प्रभारी पंकज कुमार* ने कहा कि भेल अस्पताल में चिकित्सा सुविधा लगातार कटौती की ओर जा रही है यह बी एच ई एल के स्वास्थ्य बजट पर कमी मूल रूप से भारत सरकार द्वारा 4% से कम स्वास्थ्य बजट में खर्च करने का परिणाम है। स्वास्थ्य बजट में खर्च करने पर158 देशों में भारत नीचे से चौथे स्थान पर है पाकिस्तान बांग्लादेश नेपाल भारत से अधिक स्वस्थ बजट पर खर्च करते हैं।
सभा का संचालन भेल मजदूर ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष राजकिशोर ने किया।
धरने के उपरांत एक ज्ञापन सी.एम.ओ भेल अस्पताल को सौंपा गयाऔर सभी मांगों पर वार्ता की गई। इसके अलावा एक ज्ञापन जीएम एचआर भेज रानीपुर हरिद्वार को और एक ज्ञापन निदेशक एचआर कॉरपोरेट के लिए प्रेषित किया गया।
धरने में भेल मजदूर ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष राज किशोर महामंत्री अवधेश कुमार उपाध्यक्ष निशू कुमार ,सत्यवीर सिंह प्रचार मंत्री रविंद्र कुमार कोषाध्यक्ष गुलशन कुमार,मंत्री अरविंद कुमार समेत आदेश पालीवाल, राजीव कुमार, नरेश कुमार लव कुमार धर्मवीर सिंह ,रंजन मुंडा, अरुण कुमार, सियाराम ,नरेंद्र कुमार ,मेहराज अली, महेंद्र सिंह ,विजय कुमार ,धीरेंद्र कुमार, छोटेलाल, सोनेश्वर कुमार सोना ,राजीव सिंह यादव, आलोक बौद्ध अरविंद कुमार एवं इंकलाबी मजदूर केंद्र के पंकज कुमार ,देवेंद्र सिंह ,नित्यानंद एवं प्रदीप उपस्थित रहे।