नई दिल्ली: नेपाल में रविवार को बड़ा विमान हादसा हो गया। यति एयरलाइंस का ATR-72 प्लेन काठमांडू से 205 किलोमीटर दूर पोखरा में क्रैश हो गया, जिसमें 68 यात्री और चार क्रू मेंबर सवार थे। लैंडिंग से सिर्फ 10 सेकेंड पहले विमान पहाड़ी से टकरा गया, जिससे इसमें आग लग गई और वह खाई में जा गिरा। इस हादसे में पांच भारतीय यात्रियों की भी मौत हुई है, जिनकी लिस्ट जारी की गई है।
पोखरा के जिला अधिकारी टेक बहादुर केसी ने बताया कि विमान
के मलबे से 68 शव निकाले जा चुके हैं। हालांकि, चश्मदीदों का
कहना है कि हादसे में कोई भी जिंदा नहीं बचा। अभी तक सिर्फ पांच शवों की पहचान हो
पाई है। बाकी शवों को पहचानना मुश्किल है। फ्लाइट में सवार चार अन्य लोगों का पता
नहीं चल पा रहा है। इनकी तलाश में गोताखोरों को नदी में उतारा गया है। विमान में
पांच भारतीय यात्री भी सवार थे। घटनास्थल से दो लोगों को जीवित निकाला गया, दोनों मछुआरे
थे।
हादसे की जांच के लिए बनी पांच सदस्यीय कमेटी
वहीं, नेपाल के
प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने कैबिनेट की इमरजेंसी बैठक बुलाई। सरकार
ने हादसे की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाई है। इसके अलावा आर्मी
बचाव और राहत कार्य में जुट गई है। एक पुलिसकर्मी ने बताया कि भीड़ के चलते एंबुलेंस
को रेस्क्यू साइट तक जाने में दिक्कत हो रही है। उधर, भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने
नेपाल के हादसे पर दु:ख जताया है। प्रधानमंत्री प्रचंड पहले पोखरा जाने
वाले थे, लेकिन मौसम की खराबी और सुरक्षा कारणों से सिक्योरिटी टीम
ने उनको पोखरा ना जाने की
सलाह दी। ऐसे में प्रचंड के पोखरा पहुंचने से पहले सुरक्षा का जायजा लेने
गया हेलिकॉप्टर बीच रास्ते से ही वापस आ गया।
तकनीकी खराबी के कारण हुआ हादसा
अभी तक हादसे की जो तस्वीरें और फुटेज सामने आ रही हैं, उसमें यह हादसा बेहद भयानक नजर आ रहा है। शुरुआती जानकारी
के अनुसार, खराब मौसम की वजह से विमान एक पहाड़ी से जा
टकराया और क्रैश होते ही इसमें धमाके के साथ आग लग गई। सिविल एविएशन अथॉरिटी का कहना है कि लैंडिंग से 10 सेकेंड
पहले विमान में आग की लपटें दिखाई दीं, इसलिए मौसम की
खराबी के कारण दुर्घटना होने की बात नहीं कही जा सकती है। पहले कहा जा रहा था कि
हादसा खराब मौसम की वजह से हुआ है।
जानकारी के अनुसार, हादसा कासकी जिले के पोखरा में पुराने एयरपोर्ट और पोखरा एयरपोर्ट के बीच हुआ।
यहां वह पहाड़ी से टकराकर खाई में जा रहा। पोखरा एयरपोर्ट काठमांडू से 200 किमी दूर है। स्थानीय मीडिया
के अनुसार, यह हादसा रविवार सुबह 8 बजे के करीब हुआ। स्थानीय
लोग राहत और बचाव के लिए पहुंच गए। हालांकि, मीडिया में यह खबर दोपहर 12 बजे के करीब सामने आई। विमान को कैप्टन कमल
केसी उड़ा रहे थे।
पांच भारतीय समेत नौ विदेशी नागरिक भी थे सवार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 68 यात्रियों
में से 53 नेपाली, पांच भारतीय, चार रूसी, दो कोरियन और एक-एक
आयरिश, अफगानी और फ्रैंच नागरिक सवार थे। इनमें तीन
नवजात और तीन बच्चे शामिल हैं। एयरलांइस के प्रवक्ता सुदर्शन बरतौला ने कहा है कि
अभी तक किसी जीवित व्यक्ति को नहीं निकाला जा सका है।