चंपावत-उत्तर प्रदेश के बहेड़ी के खेमकरण, प्रदीप, करन, पप्पू, मोहन स्वरूप, विशाल, केशरी लाल, लालाराम, कौशल और अनिल को 11 मई से 14 दिन के लिए रीठा साहिब में क्वारंटीन रहना था लेकिन ये मजदूर क्वारंटीन रहने के बजाय लधिया घाटी में बाढ़ सुरक्षा योजना के काम में जुटे हैं। मामले की जानकारी लगने पर कुछ स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत की।
बहेड़ी से आए इन मजदूरों की 11 मई को जिले की सीमा पर जगबुड़ा में कोरोना जांच हुई लेकिन बृहस्पतिवार तक रिपोर्ट नहीं आई। टनकपुर के एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने मजदूरों को 14 दिन के होम क्वारंटीन का नोटिस दिया था।