उत्तराखंड में मानसून के साथ आई मुश्किलें कम नहीं हो रहीं. पहाड़ में लगातार जारी बारिश से नदियां उफान पर हैं. जगह-जगह पहाड़ खिसक रहे हैं, हर तरफ तबाही का मंजर है तो वहीं उत्तराखंड में पेड़ों से चिपक कर उनकी रक्षा कर पूरी दुनिया को एक संदेश देने वाली गौरा देवी के गांव रैणी पर भूस्खलन ने संकट के बादल खड़े कर दिए हैं चमोली में नीती घाटी में लगातार भूस्खलन से कई गांव खतरे की जद में आ चुके हैं.नीती घाटी के रैणी गांव के आसपास हो रहा भूस्खलन ग्रामीणों की नींद उड़ा रहा है बता दें की नीती घाटी के जुग्जू गांव के ठीक शीर्ष भाग से चट्टान से भूस्खलन होने के बाद सहमे ग्रामीणों ने मंगलवार की रात जंगलों में बिताई. इस दौरान भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर गांव के पास तक आ गए. हालांकि फिलहाल गांव में कोई नुकसान नहीं हुआ है. प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर पुरे इलाके का जायजा लिया.