नई दिल्ली: दीपावली के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को कारगिल में जवानों के बीच पहुंचे और उनके साथ त्योहार की खुशियां मनाईं। उन्होंने कहा कि बिना सामर्थ्य के शांति कायम करना असंभव है। पीएम ने कहा कि भारत, हमेशा शांति के लिए खड़ा रहा है। हमेशा हमने युद्ध को पहला नहीं बल्कि अंतिम उपाय माना है। लेकिन, हमारे सशस्त्र बलों के पास देश पर बुरी नजर रखने वाले को मुंहतोड़ जवाब देने की ताकत और रणनीति है।
हम विश्व शांति के पक्षधर हैं: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम सिविलियन लोगों की दिवाली और हमारी आतिशबाजी अलग होती है। आपकी आतिशबाजी भी अलग और धमाके भी अलग होते हैं। जवानों से बात करते हुए उन्होंने रामायण और महाभारत महाकाव्यों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि यह भारतीय परंपरा है कि युद्ध चाहे लंका में हुआ हो या कुरुक्षेत्र में, अंतिम समय तक उसे टालने का ही प्रयास किया गया। हम विश्व शांति के पक्षधर हैं। आज पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है जो एक ‘संतुलन शक्ति’ है।
पीएम मोदी ने कहा कि
दिवाली का मतलब है- आतंक के अंत का उत्सव। कारगिल ने भी यही भी किया था। हमारी
सेना ने कारगिल में आंतक के फन को कुचला था और देश में जीत की ऐसी दिवाली मनी थी
कि लोग आज भी याद करते हैं। पाकिस्तान के साथ एक भी युद्ध ऐसा नहीं, जहां कारगिल ने जीत का झंडा नहीं फहराया हो।
9वीं बार जवानों के साथ मनाई दिवाली
बता दें कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद हर वर्ष
जवानों के साथ दिवाली मनाते जाते रहे हैं। उन्होंने वर्ष 2014 में पहली बार सियाचिन
में सैनिकों के साथ दिवाली मनाई थी। यह लगातार 9वां साल है, जब प्रधानमंत्री मोदी जवानों के बीच दिवाली मनाने बॉर्डर
पर पहुंचे हैं।
जय-जय शुभ्र हिमाचल शृंगा
— BJP (@BJP4India) October 24, 2022
कलरव-निरत कलोलिनी गंगा
भानु प्रताप-चमत्कृत अंगा,
तेज पुंज तपवेश।
जय-जय प्यारा भारत-देश।
'वर्षों से मेरी दिपावली की मिठास और दीपावली का प्रकाश सेना के जवान ही हैं।'#HappyDiwali pic.twitter.com/TUAPqyVaII