बागेश्वर: बारिश थमने के बाद जंगलों के धधकने का सिलसिला फिर शुरू हो गया है। शनिवार की रात जिलेभर में वनाग्नि की पांच घटनाएं दर्ज हुई। अब तक जिले में जंगल जलने की 144 घटनाओं में 210 हेक्टेयर से अधिक जंगल जल गया है। आग से वन संपदा को 6.38 लाख रुपये का अनुमानित नुकसान हुआ है।शुक्रवार की रात को बारिश के चलते वनाग्नि की मात्र एक घटना हुई थी लेकिन शनिवार की रात को बागेश्वर के आरे, कपकोट के पुंगर, जेखड़ी, ओकडांडा, गरुड़ के लमचूना, कांडा के विजयपुर आदि स्थानों के जंगल की चपेट में आ गए। आग से वन संपदा को काफी नुकसान हुआ। वहीं, एक दिन पहले तक जिला मुख्यालय समेत अन्य इलाकों में हटी धुंध फिर से छाने लगी है। धुआं फैलने से लोगों की परेशानी बढ़ रही है। ग्रामीण इलाकों में आग लगने के बाद लोगों को कई तरह की परेेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जंगल के समीप के गांवों में आग के आबादी तक आने का खतरा बढ़ रहा है।