हरिद्वार। मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने गंगा दशहरा के अवसर पर कोरोना गाइडलाईन का पालन करते हुए मायापुर स्थित गणेश घाट पर गंगा स्नान कर मां गंगा दुग्धाभिषेक किया और फल, मिठाई, दक्षिणा आदि अर्पित कर देश से कोरोना की मुक्ति के लिए विशेष पूजन किया। गंगा दशहरा का महत्व बताते हुए श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि जेष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी के दिन गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाता है। इस दिन गंगा का स्वर्ग से धरती पर अवतरण हुआ था। गंगा दशहरा के दिन ही गायत्री जयंती मनाई जाती है। गंगा दशहरा मां गंगा के अवतरण का पवित्र दिवस है। इस दिन मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि इस दिन मां गंगा धरती पर आई थी और राजा सगर के पुत्रों को मोक्ष प्रदान किया था।

राजा भगीरथ सैकड़ों वर्ष तपस्या करके मां गंगा को धरती पर लाए थे। उन्होंने कहा कि समस्त वेदों की उत्पत्ति मां गायत्री से हुई है। इसलिए मां गायत्री को वेदों की जननी अर्थात वेद माता कहा जाता है। त्रिदेव अर्थात ब्रह्मा विष्णु और महेश इनकी आराध्या को गायत्री कहा जाता है, इसलिए गायत्री का एक नाम देवमाता भी है। उन्होंने देश खुशहाल और पूर्व की भांति सुखी और समृद्ध बने संपूर्ण विधि विधान से पूजा अर्चना कर कामना की। उन्होंने कहा कि गंगा दशहरा पर कोरोना के चलते सूक्ष्म रूप से पूजा अर्चना के कार्यक्रम जगह-जगह आयोजित किए गए। मां गंगा की कृपा से जल्द ही भारत कोरोना को हराएगा। उन्होंने गंगा दशहरा पर सभी से अपील की कि कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए कोरोना को मात देने में सहयोग करे। एहतियात के साथ गाइडलाइन का पालन करते हुए ही कोरोना को हराया जा सकता है। इस अवसर पर प्रतीक पुरी, हेमंत टुटेजा, दर्शन गिरी आदि मौजूद रहे।