पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू होते ही चमोली के सीमांत क्षेत्रों में नेपाली मूल के वन्यजीव तस्करों (Wildlife smuggling Chamoli to Nepal) की सक्रियता बढ़ गई है। चमोली जिले से वन्यजीवों के अमूल्य अंगों की तस्करी कर इन्हें सीधे नेपाल भेजा जा रहा है। जिले में इस तरह की घटनाएं नई नहीं हैं। ऐसा हर साल होता है, लेकिन पुलिस और वन विभाग दोनों ही इसे रोकने में नाकामयाब रहे हैं। वन्य जीव तस्करों की सक्रियता वन्यजीवों के साथ-साथ देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा है। नेपाल से आने वाले तस्कर इतने शातिर हैं कि पुलिस भी इन तक नहीं पहुंच पाती। ये पुलिस की आंखों में धूल झोंककर लाखों के अंगों को भारत से नेपाल ले जाते हैं। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क से लगी नीती-मलारी घाटी के सीमांत गांवों में रहने वाले भोटिया जनजाति के ग्रामीण निचले इलाकों में आ जाते हैं। इनके जाते ही नंदा देवी नेशनल पार्क और फूलों की घाटी में नेपाली वन्यजीव तस्करों की सक्रियता बढ़ जाती है।