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DevBhoomi Insider Desk
• Tue, 17 May 2022 5:51 pm IST


नई टिहरी-चंबा के बीच दो दिन जल रहे जंगल


जंगलों में भड़की आग पर काबू पाना वन विभाग के लिए मुश्किल होता जा रहा है। रविवार को जिला मुख्यालय के नजदीक चवालखेत क्षेत्र में शाम करीब चार बजे से जंगल में आग भड़क गई थी, लेकिन वनाग्नि के आगे असहाय वन विभाग अग्नि शमन विभाग का सहयोग लेने के बाद भी सोमवार दोपहर तक आग कंट्रोल नहीं कर पाया, जिससे नई टिहरी-चंबा मोटर मार्ग पर कई बार यातायात रोकना पड़ा।

गर्मी के मौसम में जंगलों को आग से बचाने के लिए वन विभाग की तैयारी नाकाफी साबित हो रही है। कई तैयारियों के बाद भी जंगल आग से धधकते देखे जा सकते हैं। शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र होगा जहां आग की लपटों से उठने वाला धुआं न दिखाई दे। रविवार को जिला मुख्यालय में स्थित प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय से महज ढाई-तीन किमी दूर चावालखेत के जंगल में शाम करीब चार बजे आग भड़क गई, जिससे जिला मुख्यालय में भी धुंध छा गई। बेकाबू आग को कंट्रोल करने के लिए वन विभाग ने फायर बिग्रेड का सहारा भी लिया, बावजूद रात दस बजे तक जंगल आग से धधकते रहे।

सोमवार को भी नई टिहरी-चंबा मोटर मार्ग के आस-पास जंगल में आग भड़क गई, जिससे मोटर मार्ग पर कई बार यातायात रोकना पड़ा। वन विभाग के कर्मचारी भी आग बुझाने में जुटे रहे। बावजूद देर शाम तक आग काबू नहीं हो पाई। जिससे अब तक वनाग्नि की 179 घटनाओं में 188.55 हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आ गया है। इस बाबत डीएफओ बीके सिंह ने कहा कि वनाग्नि की यह अंतिम स्टेज है। चवालखेत और सुरसिंह धार में वन कर्मी कंट्रोल बर्निंग करने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि एक-दो दिन में आग पूरी तरह कंट्रोल कर दी जाएगी।