भूमापीठाधीश्वर स्वामी अच्युतानन्द तीर्थ ने कहा कि कुछ लोग बार-बार संविधान की हर बात को चैलेंज करते रहते हैं। जो संविधान को चैलेंज करते है उन्हें फांसी की सजा दी जानी चाहिए। वह एक अपराध है। उन्होंने कहा कि हिन्दुओं के साथ जो अत्याचार हो रहा है उसे कौन देखेगा। वे एक बुकलेट बना रहे हैं। इस बुकलेट को लेकर उनके अनुयाई गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे। भूमापीठाधीश्वर ने कहा कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, अधिकारियों और राजनैतिक दलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि जो पहले कश्मीर और पंजाब में हुआ वह अन्य किसी राज्य में न हो। अपनी भावनाओं को एक पत्र के माध्यम से लिखकर उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व केंद्रीय गृहमंत्री को भेजा है।