रुद्रप्रयाग-भगवान केदारनाथ की चल उत्सव विग्रह डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से धाम कैलाश के लिए प्रस्थान करते हुए रात्रि प्रवास के लिए गौरीकुंड पहुंच गई है। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण लगातार दूसरी बार प्रशासन व पुलिस की निगरानी में डोली को वाहन से पहुंचाया गया। बाबा केदार की डोली शनिवार को अपने धाम पहुंच जाएगी। जबकि 17 मई को सुबह 5 बजे विधि-विधान से मंदिर के कपाट खोले जाएंगे। इसके बाद छह माह तक धाम में ही आराध्य की पूजा-अर्चना होगी।