मिशन विश्व गुरु के माध्यम से ऑनलाइन वेबीनार का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि मिशन विश्व गुरु की स्थापना विश्व भर में मानव के चहुंमुखी विकास के लिए भारतीय संस्कृति द्वारा दिए गए योगदान को उजागर करने के लिए की गयी है।
देश भर से जुड़े अनेक लोगों को संबोधित करते हुए अग्रवाल ने कहा कि मिशन विश्व गुरु के द्वारा एक बार फिर भारत को सोने की चिड़िया बनाने के लिए अपनी सांस्कृतिक विरासत को पुनः स्थापित करना और विश्व पटल पर भारत को अग्रणी भूमिका में स्थापित करना है।
उन्होंने कहा कि युवा वर्ग पाश्चात्य संस्कृति की तरफ आकर्षित न हों, बल्कि अपनी संस्कृति को अपनाकर विश्व भर में भारत का मस्तक ऊंचा करने में अपनी सहभागिता निभाएं।अग्रवाल ने कहा कि भारत को यूं ही विश्व गुरु नहीं कहा जाता था , हमारे शास्त्रों में वसुधैव कुटुम्बकम का उल्लेख मिलता है. इसका तात्पर्य सम्पूर्ण विश्व को भारतवर्ष ने एक परिवार माना है l प्रेमचंद अग्रवाल ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा है कि इस प्रकार के कार्यक्रम अत्यंत आवश्यक है उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयासों से यह देश पुनः विश्व गुरु के पद पर आसीन होगा और हम सबका प्रयास फलीभूत होगा।