नई दिल्ली: 'वीर बाल दिवस' के अवसर पर सोमवार को दिल्ली में कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हिस्सा लिया। कार्यक्रम साहिबजादों की कुर्बानी को समर्पित है। इस अवसर पर पीएम ने वीर साहिबजादों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि मैं अपनी सरकार का सौभाग्य मानता हूं कि उसे 26 दिसंबर के दिन को 'वीर बाल दिवस' के तौर पर घोषित करने का मौका मिला।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें 'वीर बाल दिवस' याद दिलाएगा कि 10 गुरुओं का योगदान क्या है? देश के स्वाभिमान के लिए सिख परंपरा का बलिदान क्या है? हमें 'वीर बाल दिवस' बताएगा कि भारत क्या है, भारत की पहचान क्या है?
इस दिन छुट्टी घोषित करने की मांग
बता दें कि इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। इस दौरान
एक युवक ने कहा कि यह हमारे लिए खुशी की बात है कि आजादी के 75 साल बाद ऐसा
प्रधानमंत्री आया है, जिसने 'साहिबजादों' की कुर्बानी का
सम्मान किया। इसके अलावा एक स्थानीय निवासी ने कहा कि आज साहिबजादा बाबा जोरावर
सिंह जी और साहिबजादा बाबा फतेह सिंह जी के बलिदान को सम्मानित किया जा रहा है। अगले
साल से इस दिन छुट्टी घोषित की जानी चाहिए।
इससे पूर्व मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी
ने इस दिन को साहिबजादों की कुर्बानी को समर्पित किया है। इसे पूरे देश में दिखाया
जा रहा है। विभिन्न राज्यों में लोग उनके बारे में जान रहे हैं। इसकी हमें उम्मीद
नहीं थी। आज नया इतिहास रचा जा रहा है।