पीपीपी मोड पर संचालित सरकारी अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं के खिलाफ छात्र ने अस्पताल परिसर में एक दिन की भूख हड़ताल की। छात्र ने अस्पताल को पीपीपी मोड से वापस लेने की मांग को लेकर नारेबाजी की और सीएमएस के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन भेजा। सोमवार को पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सुमित लोहनी ने एक दिन की भूख हड़ताल की। भूख हड़ताल के समर्थन में पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय नेगी के नेतृत्व में एकत्रित हुए लोगों ने अस्पताल की अव्यवस्थाओं के खिलाफ नारेबाजीर की। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष लोहनी ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार ने मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकारी अस्पताल को पीपीपी मोड पर दिया था लेकिन जब से अस्पताल पीपीपी मोड में दिया गया है तब से स्वास्थ्य सुविधाओं का बेहाल हैं। मरीजों को दवा नहीं दी जाती है। हर तरह के मरीज को रेफर कर दिया जाता है। अस्पताल स्टाफ मरीजों, तीमारदारों के साथ अभद्रता करता है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती नहीं होने की वजह से मरीजों को दिक्कतें हो रही हैं।