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DevBhoomi Insider Desk
• Fri, 21 Jul 2023 10:00 am IST


बिजली का करंट लगने से उत्तराखंड में 1659 लोग अब तक गंवा चुके हैं जान, ऐसे मिलता मुआवजा-यह प्रमुख हादसे


उत्तराखंड में राज्य गठन के बाद करंट लगने से अब तक 1659 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं, इसी वजह के चलते 442 लोग अपंग भी हो चुके हैं। राज्यभर में बिजली के शार्ट सर्किट से 206 अग्निकांड तो करंट लगने से 2292 हादसे हो चुके हैं। यूपीसीएल की लापरवाही के कारण हर साल औसतन 72 लोग अपनी जान गंवा रहे हैं।
 
वर्ष 2001 से लेकर 2023 के बीच कोई भी ऐसा साल नहीं बीता, जब करंट की वजह से कोई हादसे न हुए हों।  उत्तराखंड बनने के बाद पहले ही साल यानि वर्ष 2001 में 56 लोगों की करंट लगने से मौत हुई। वर्ष 2008 में सिर्फ आठ लोगों की मौत को छोड़ दिया जाए, तो हर साल 26 से लेकर 160 लोगों तक की मौत करंट लगने से हुई है।
सबसे अधिक 160 लोग वर्ष 2017 में करंट लगने से मारे गए। कहीं खंबे की चपेट में आकर तो कहीं बिजली के तारों के टूट कर गिरने से लोगों की मौत हो चुकी है। करंट लगने के अधिकतर मामलों में गंभीर रूप से घायल होने की बजाय लोगों की मौत अधिक हुई है। 442 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इनमें से कई तो आजीवन अपंग हो चुके हैं।