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• Thu, 14 Nov 2024 3:42 pm IST


20 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होंगे मद्महेश्वर मंदिर के कपाट


ऊखीमठ। द्वितीय केदार मद्महेश्वर यात्रा में अब कुछ ही दिन शेष हैं। मद्महेश्वर मंदिर के कपाट आगामी 20 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। इसी दिन बाबा मद्महेश्वर की चल उत्सव विग्रह डोली गौंडार गांव में रात्रि प्रवास करेगी। इसके बाद विभिन्न पड़ावों से होते हुए 23 नवंबर को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान हो जाएगी।इस वर्ष 20 मई से शुरू हुई द्वितीय केदार की यात्रा में अभी तक 15 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। इस वर्ष बीते जुलाई माह में भारी बारिश से गौंडार-मद्महेश्वर रास्ते में सरस्वती नदी के तेज बहाव से पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई थी जिस कारण कई दिनों तक यात्रा प्रभावित रही। अगस्त में लोनिवि व ग्रामीणों ने अस्थायी लकड़ी की पुलिया तैयार की और यात्रा पुन: शुरू हुई। बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया कि आगामी 20 नवंबर को मद्महेश्वर मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। इसके बाद बाबा मद्महेश्वर की चल उत्सव विग्रह डोली 23 नवंबर को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान हो जाएगी। डोली आगमन पर ऊखीमठ में तीन दिवसीय मद्महेश्वर मेले का आयोजन भी होता है।