हत्या के बाद हाथ पैर बांधकर बोरे में कल्याणी नदी में फेंके गए महिला के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारणों की पुष्टि नहीं हो पाई है। न ही उसके हाथ पैर में चोट के निशान मिले हैं। इसे लेकर पुलिस उलझ गई है। हालांकि पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस ने बिसरा जांच के लिए भेज दिया है। बिसरा से तो मौत के कारणों का राज खुलेगा। महिला का मुंह दबाकर हत्या करने के बाद बोरे में शव डालकर नदी में फेंके जाने की उम्मीद जताई जा रही है।
छह सितंबर की शाम को पहाड़गंज और रम्पुरा के मध्य से बहने वाली कल्याणी नदी में एक बोरे में महिला की लाश मिली थी। पुलिस ने जब बोरे को नदी से बाहर निकाला तो उसके हाथ पैर भी बंधे थे। आशंका जताई जा रही थी कि महिला की हत्या के बाद लाश ठिकाने लगाने के लिए उसके हाथ पैर बांधकर नदी में फेंका गया है। पुलिस ने मौत के कारणों को जानने के लिए शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। मृतका की शिनाख्त के प्रयास के लिए आसपास के थानों के साथ ही यूपी के सीमावर्ती थाना पुलिस से भी संपर्क किया था। साथ ही उसका डीएनए सैंपल भी ले लिया था। इधर, पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मौत के कारणों की पुष्टि नहीं हो पाई है। रम्पुरा चौकी प्रभारी अनिल जोशी बताया कि बिसरा रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत के कारणों से परदा उठेगा। बताया कि इसके लिए बिसरा सोमवार को एफएसएल देहरादून भेज दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक महिला की लाश सड़ी गली थी और एक सप्ताह पुरानी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला के फेफड़े व पेट सूखा पाया गया है। यदि जिदा महिला को नदी में फेंका गया होता तो फेफड़े व पेट में पानी मिलता।