ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा यानि एनएचएस से जुड़े एक लाख से ज्यादा नर्सिंगकर्मी हड़ताल पर हैं। एनएचएस के 74 और ब्रिटिश नर्सिंग यूनियन के 106 साल के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी हड़ताल है।
हड़ताल का नेतृत्व कर रहे रॉयल कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रमुख पैट कुलेन का कहना है कि, सरकार ने हमें हड़ताल करने के लिए मजबूर किया है। बीते दश सालों में नर्सिंगकर्मियों के वेतन बढ़ने के बजाय कटौती हुई है। इधर टैक्स और महंगाई से जीवनयापन चुनौती बन गया है। दरअसल, नर्सिंगकर्मियों की मांग है कि, 19% वेतन बढ़ाया जाए जबकि, सरकार सिर्फ 5% पर अड़ी है।
वहीं हड़ताल के चलते 76 से ज्यादा अस्पतालों में 70 हजार से ज्यादा मरीजों के डॉक्टर से मिलने का समय रद्द हो चुका है। इधर, ब्रिटिश पीएम सुनक हड़ताल के खिलाफ कानून लाने की तैयारी में हैं। स्वास्थ्य मंत्री स्टीव बार्कले का कहना है कि, हड़ताल अनुचित है। बातचीत के लिए सरकार, सेना और अन्य संस्थानों से लगातार संपर्क में हैं, ताकि जल्द से जल्द इसका हल निकले।