पोखरी। सीएचसी पोखरी में रविवार को प्रसव के बाद जच्चा बच्चा की मौत को लेकर लोगों में आक्रोश है। उन्होंने इस घटना के लिए सीधे तौर पर डॉक्टर को जिम्मेदार मानते हुए जांच की मांग की और सीएमओ को ज्ञापन सौंपा। साथ ही सीएचसी पोखरी की स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने की भी मांग उठाई।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने सीएमओ को भेजे ज्ञापन में कहा है कि 72 ग्राम पंचायतों के लिए एकमात्र सीएचसी है, लेकिन वहां पर भी स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतर गई हैं। स्थायी सीएचसी अधीक्षक की तैनाती नहीं होने से स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। रविवार को इसका खामियाजा श्रीगढ़ गांव निवासी जयंती देवी पत्नी दर्शन सिंह को अपनी जान गंवाकर भुगतना पड़ा। उचित उपचार नहीं मिलने से पहले तो बच्चे की जन्म से पहले ही मौत हो गई, लेकिन कुछ देर बाद ही महिला ने भी दम तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि यह सीएचसी मात्र रेफर सेंटर बनकर रह गया है। ऐसी कई घटनाएं होती हैं, जब मरीज को या तो रेफर कर दिया जाता है या उसकी मौत हो जाती है। उन्होंने सीएचसी में स्थायी अधीक्षक की तैनाती और स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने की मांग की है। कहा कि जयंती देवी और बच्चे की मौत के कारणों की निष्पक्ष जांच की जाए। ज्ञापन भेजने वालों में ब्लॉक प्रमुख प्रीती भंडारी, भाकपा के नरेंद्र रावत, ज्येष्ठ उपप्रमुख पूरण नेगी, कनिष्ठ उपप्रमुख जयकृत बिष्ट, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष कुंवर चौधरी, संतोष चौधरी, संतू नेगी, दिगंबर बत्र्वाल, बीरेंद्र भंडारी, प्रधान संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष धीरेंद्र राणा, बीडीसी सदस्य देवेंद्र बत्र्वाल आदि शामिल रहे।