देहरादून: त्यौहारों के मौसम में अधिकतर सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं. करनपुर मंडी में शिमला मिर्च जहां साठ रुपये पाव के आसपास बिक रही है तो वहीं मटर की कीमत दो सौ रुपए के आसपास है. सब्जियों की कीमत बढ़ने से आम लोगों के घर का बजट गड़बड़ा रहा है. त्यौहारी सीजन में सब्जियों के बढ़े दाम आम जनमानस पर अतिरिक्त बोझ डालने का काम कर रही है. नवरात्रि से अभी तक सब्जियों की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है.
सब्जी विक्रेता राजकुमार का कहना है कि टमाटर ₹80 से ₹100 रुपये किलो, प्याज ₹60 किलो, गोभी ₹80 किलो तक बिक रहा है, इधर शिमला मिर्च और फ्रेंच बीन की कीमतें आसमान छू रही हैं. शिमला मिर्च ₹60 पाव, इस तरह फ्रेंच बीन ₹40 पाव मिल रही है. हरा धनिया भी लोगों की रसोई से गायब हो गया है. हरा धनिया ₹100 किलो तक बिक रहा है. उधर निरंजनपुर मंडी के सचिव अजय डबराल का कहना है कि ज्यादातर प्याज की मुख्य फसल महाराष्ट्र के लासल गांव, मध्य प्रदेश के खंडवा और राजस्थान इत्यादि में होती है. सितंबर में गई बारिश की वजह से प्याज की फसल खराब हुई है.
जिस कारण प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. उन्होंने बताया कि अक्टूबर में नई फसल आ जाती है, इसलिए कुछ दिनों में प्याज के दाम नीचे गिर सकते हैं. इसी तरह नासिक, सिलीगुड़ी, त्यूणी, चकराता कालसी और उत्तरकाशी के कुछ इलाकों से टमाटर की आवक हुआ करती थी. टमाटर का मांग ज्यादा होने की वजह से पर्याप्त मात्रा में पूर्ति नहीं हो पा रही है. लोकल आवक कम होने की वजह से भी टमाटर के दाम बढ़ें हैं. उन्होंने बताया कि टमाटर की चार गाड़ियों की जहां खपत होती थी, अब तीन गाड़ियां ही आ पा रही हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि अक्टूबर के महीने में लोकल सब्जियां भी आनी शुरू हो जाती हैं और अक्टूबर लास्ट तक सब्जियों के दामों में गिरावट देखने को मिलेगी.