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DevBhoomi Insider Desk
• Sat, 4 Feb 2023 5:17 pm IST


30 लाख की नौकरी छोड़ स्मिता ने गांव में शुरू किया खुद का स्टार्टअप, आज 7.50 करोड़ है कंपनी का टर्नओवर


बिहार के नालंदा जिले की रहने वाली स्मिता सिंह ने लगभग 14 सालों तक एक प्राइवेट कंपनी में काम किया और फिर अचानक नौकरी छोड़कर जीरो से शुरुआत कर दी। स्मिता ने अपने गांव में ही फूड प्रोसेसिग यूनिट खोला और और 80 फीसदी महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाया।  चंडी प्रखंड के चैनपुर गांव में स्थित अनंतजीत फूड्स की सीईओ स्मिता सिंह आज युवा उद्यमी के रूप में एक मिसाल कायम कर रही हैं। राजस्थान के पिलानी स्थित बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाजी से कंप्यूटर साइंस से बीटेक कर 14 साल नौकरी करने के बाद साल 2019 में स्मिता ने अपने गांव में फूड प्रोसेसिग यूनिट की नींव रखी।
स्मिता बताती हैं कि अपने कारोबार की शुरुआत उन्होंने अनानास, लीची, आम, अमरूद, सेव आदि फलों का जूस, स्लाइस, पल्प से किया। स्टार्टअप शुरू करने के कुछ  महीने के बाद ही  कोरोना महामारी का प्रकोप फ़ैल गया, जिसने उनके बिजनेस की कमर तोड़ दी। बावजूद इसके स्मिता ने हार नहीं मानी। उन्होंने उत्तर प्रदेश के हाथरस स्थित तपोवन फूड्स प्राइवेट कंपनी के साथ करार किया और टोमैटो सॉस एवं प्यूरी, अदरक, लहसून आदि का पेस्ट तैयार कर  देश भर में सप्लाई  करने लगीं। सिर्फ पटना में अनंतजीत कंपनी के प्रोडक्ट्स ने 50 लाख प्रतिमाह का बाजार बना लिया। इसके बाद स्मिता ने व्हाइट कार्न को प्रोसेस कर देश के बड़े ट्रेडर गोल्डन क्राउन की सप्लाई शुरू कर दी।
उन्होंने महज चार महीने में 250 टन व्हाइट कार्न की सप्लाई की। वर्तमान समय में  उनकी कंपनी का टर्नओवर 7.50 करोड़ तक पहुंच गया। आज ये कंपनी दिल्ली एनसीआर,महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के अलावा देश के अन्य कई राज्यों में पाने प्रोडक्ट्स सप्लाई कर रही है। स्मिता सिंह बताती है कि वे जिस जीरौक्स कंपनी में नौकरी करती थी वहां उनका सलाना पैकेज 30 लाख का था। वे नौकरी करने यूएस भी गई, लेकिन वहां काम में मन नहीं लगा तो वापस चली आई। उन्होंने बताया कि उनके पिता जी ने गांव में अपनी ही जमीन में तालाब, गोशाला एवं आम-अमरूद के बाग लगा रखे थे, तभी मन में फूड प्रोसेसिग यूनिट लगाने का आइडिया। इस कार्य में पिता सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता के पद से सेवानिवृत्त मृत्युंजय सिंह ने शुरुआत में साथ दिया। उन्होंने दो साल पहले जब अनंतजीत फूड्स एलएलपी ने आकार लिया तो सीईओ की जिम्मेदारी संभाल ली। स्मिता की इस यूनिट में 80 प्रतिशत महिलाएं काम करती हैं।