नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय मामलों में चीन और रूस ने भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका की स्थिति व भूमिका के महत्व को एक बार फिर रेखांकित किया। साथ ही संयुक्त राष्ट्र में उनकी बड़ी भूमिका निभाने की आकांक्षा का समर्थन भी किया।
यह जानकारी भारत, ब्राजील, चीन, रूस और दक्षिण
अफ्रीका के समूह ब्रिक्स के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद जारी एक बयान में दी
गई। संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र के अवसर पर ब्रिक्स देशों के विदेश मंत्रियों
ने गुरुवार को न्यूयॉर्क में एक बैठक की। इसमें ब्राजील के विदेश मंत्री कार्लोस
अल्बर्टो फ्रेंको फ्रैंक, भारत के विदेश मंत्री एस
जयशंकर, रूस के विदेश
मंत्री सर्गेई लावरोव, चीन के विदेश
मंत्री वांग यी और साउथ अफ्रीका गणराज्य की अंतरराष्ट्रीय संबंधों व सहयोग मंत्री
नलेदी पैंडर शामिल हुईं। ये देश दुनिया की 36 अरब से अधिक आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
भारत और ब्राजील देश की सराहना
इस बैठक के बाद जारी बयान के मुताबिक, ब्रिक्स के मंत्रियों ने वर्ष 2021-2022 और 2022-2023 में संयुक्त
राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सदस्यों के
तौर पर भारत और ब्राजील देश की भूमिका की सराहना की। बयान में कहा गया कि UNSC में ब्रिक्स के चार सदस्य देशों की मौजूदगी
अंतरराष्ट्रीय शांति व सुरक्षा के मुद्दे पर और आपसी हित के क्षेत्रों में निरंतर
सहयोग को लेकर जारी बातचीत को बढ़ाने का अवसर प्रदान करती है।
मंत्रियों ने वर्ष 2005 के विश्व शिखर सम्मेलन के नतीजों को रेखांकित करते हुए संयुक्त राष्ट्र में
व्यापक सुधार की आवश्यकता की बात दोहराई, जिससे इसका विस्तार किया जा सके। इसे ज्यादा प्रभावी व कुशल बनाया जा सके और
इसमें विकासशील देशों का प्रतिनिधित्व बढ़ाया जा सके।