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• Fri, 11 Jun 2021 12:11 pm IST


व्यवस्थाएं ही हैं बीमार, मरीज क्या करेंगे सरकार


नैनीताल-कोविड की दूसरी लहर ने आमजन से लेकर सरकारों तक का ध्यान सरकारी अस्पतालों की ओर खींचा। सांसद और विधायक निधि से इन अस्पतालों में लाखों रुपये के संसाधन जुटाए गए। जबकि इन्हीं अस्पतालों में वर्षों से जंक खा रहे उन स्वास्थ्य उपकरणों की सुध आज तक नहीं ली गई जो कभी इस उम्मीद के साथ खरीदे गए थे कि इनका लाभ मरीजों को मिलेगा। सरकार, विभाग और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के कारण आज भी सीएचसी व पीएचसी में करोड़ों के स्वास्थ्य उपकरण और अन्य संसाधनों का उपयोग नहीं हो रहा है।