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DevBhoomi Insider Desk
• Fri, 18 Nov 2022 11:30 pm IST


शहरी विकास विभाग की वजह से रोडवेज को लगा 75 लाख रुपए का चूना, जानिए कैसे ?


उत्तराखंड परिवहन निगम का देहरादून-ऋषिकेश मार्ग स्थित डीजल पंप पांच साल बाद भी चालू नहीं हो पाया है. शासन में पंप भूमि के सर्किल रेट के हिसाब से करीब दो करोड़ रुपए माफ किए जाने संबंधी चिट्ठी शहरी आवास सचिव के कार्यालय में धूल फांक रही है, जिसके चलते पहले से ही घाटे में चल रहे निगम को एक से डेढ़ लाख को नुकसान उठाना पड़ रहा है.

दरअसल, साल 2017 में परिवहन निगम ने इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के माध्यम से देहरादून-ऋषिकेश मार्ग स्थित ऋषिकेश रोडवेज डिपो की वर्कशॉप भूमि पर डीजल पंप स्थापित किया गया था. वहीं, पंप संचालित करने के लिए निगम ने पांच विभागों से अनापति प्रमाण पत्र हासिल किया, लेकिन तत्कालीन हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण (HRDA) ने वर्कशॉप भूमि कुंभ क्षेत्र होने के चलते लैंड यूज चेंज कराने के पत्र के साथ एनओसी को पत्र लौटा दिया, जिसके बाद यह लैंड यूज चेंज का यह मामला शासन और फिर कैबिनेट पहुंचा.