भारत और पाकिस्तान के रिश्ते से तो हर कोई वाकिफ है। दोनों देशों के ऊपर कई फिल्में और सीरीज बनाई पहले भी बन चुकीं हैं लेकिन इन दिनों पाकिस्तान की एक वेब सीरीज 'सेवक द कन्फेशन' काफी चर्चा में है। इस सीरीज को लेकर सोशल मीडिया पर खूब हंगामा मचा हुआ है। लोगों का कहना है कि ये बेवसीरीज हिंदुओं के खिलाफ प्रोपेगेंडा है। आइये जानते हैं बवाल की असली वजह।
पाकिस्तानी वेब सीरीज 'सेवक द कन्फेशन' बीते 26 नवंबर को रिलीज हुई थी। इसके सभी एपिसोड यूट्यूब पर भी उपलब्ध हैं। इस सीरीज को लेकर लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है। लोगों का आरोप है कि यह पूरी तरह से प्रोपेगेंडा है। दरअसल इस बेवसीरीज में हिंदुओं की गलत छवि पेश करने की कोशिश की गई है।
बता दें कि 'सेवक-द कन्फेशन' की कहानी 1984 के दंगे, बाबरी मस्जिद विवाद और गुजरात दंगे पर आधारित है। इसके ट्रेलर में ही हिंदू संतों को गलत तरीके से दिखाया गया है। साथ ही दीप सिद्धू, हेमंत करकरे, गौरी लंकेश और जुनैद खान की जिंदगी की झलक भी दिखाई गई है। ऐसे में इस सीरीज को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है।
सोशल मीडिया पर यूजर तरह-तरह के कमेंट कर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। कोई इसे सस्ता प्रोपेगेंडा बता रहा है, तो किसी का कहना है कि अगर प्रोपेगेंडा करना ही है तो पहले एक्टिंग सीख लो। एक ने कहा, 'पाकिस्तान को पैसे के लिए अमेरिका, चीन और अरब मुल्कों से भीख मांगनी पड़ रही है, पर एंटी-इंडिया फालतू फिल्में बनाने के लिए पैसे बर्बाद करने में कोई दिक्कत नहीं आती।' इस बेवसीरीज का निर्देशन अंजुम शहजाद ने किया है।