टिहरी : उत्तराखंड में जिस टिहरी की बिजली से पूरा देश रोशन हो रहा है। उसका गौरवशाली इतिहास अंधेरे कमरों में कैद है। बिजली की जरूरतों के लिए पुरानी टिहरी ने जलसमाधि ली तो उसमें यहां के राजा का महल भी पानी में डूब गया। महल की ऐतिहासिक धरोहर को सुरक्षित जगह पर रख दिया गया।उम्मीद थी कि सरकार इस ऐतिहासिक शहर की यादों को संजोने के लिए कुछ न कुछ करेगी। लोगों की मांग पर संग्रहालय को मंजूरी भी मिली लेकिन 18 साल बाद भी यह सपना अधूरा है। बंद कमरों में पुरानी विरासत कबाड़ में तब्दील हो रही है। टिहरी रियासत से जुड़ी ऐतिहासिक चीजों को नवदुर्गा मंदिर और रानीचौरी में रखा गया है। रखरखाव के अभाव में कई चीजें खराब होने लगी हैं। 1949 में रियासत के विलय के दौरान कुछ समान देहरादून मालखाने में भी रखा गया था। पुराना दरबार ट्रस्ट और अन्य कई लोगों के पास भी टिहरी रियासत की निशानियां हैं।