उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत की सूचना को लेकर डेथ ऑडिट रिपोर्ट में अस्पतालों की हीलाहवाली सामने आई है। स्वास्थ्य विभाग को प्रदेश में 89 संक्रमितों की मौत का कई दिनों के बाद पता चला है। निजी अस्पतालों की ओर से संक्रमित मरीज की मौत की सूचना राज्य कोविड कंट्रोल रूम को नहीं दी गई। एक या दो माह पहले जिस मरीज की मौत हुई थी, उसका पता स्वास्थ्य विभाग को अब चल रहा है। इसे विभाग ने गंभीरता से लिया है।
कोरोना से होने वाली मौत की सूचना व डेथ ऑडिट रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर न देने वाले अस्पतालों के खिलाफ कोविड महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में एनएचएम के अपर मिशन निदेशक व राज्य कोविड कंट्रोल के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने सभी अस्पतालों को निर्देश जारी किए हैं।
बता दें कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 15 मार्च को मिला था। वहीं, अप्रैल के अंत में पहले कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई थी। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के कोरोना मरीजों की मौत का आंकड़ा 829 बताया जा रहा था, लेकिन शनिवार को यह 924 पहुंच गया।
जबकि, बीते 24 घंटे में प्रदेश में छह कोरोना मरीजों की मौत हुई थी। निजी अस्पतालों ने कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का मामला दबाए रखा। जब राज्य कोविड कंट्रोल रूम की ओर से पड़ताल की गई तो ऐसे 89 मामले सामने आए।