प्रदेश में रोजगार और पर्यटन की संभावनाओं को तलाशा जाए ताकि प्रदेश के युवाओं को रोजगार के लिए पलायन नहीं करना पड़े। वन भूमि पर हुए अतिक्रमणों को चिह्नित कर हटाएं और जंगलों को आग से बचाने लिए जन सहयोग लेने के निर्देश प्रदेश के वन मंत्री ने दिए।शुक्रवार को रामनगर पहुंचे वन मंत्री सुबोध उनियाल ने ढिकुली स्थित रिजॉर्ट में कुमाऊं के वन अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि वनाग्नि को रोकने के लिए ग्राम समिति बनाई जाए। इसमें स्थानीय ग्राम प्रधान के अलावा राजस्व विभाग की टीम को भी शामिल किया जाए। वनाग्नि की सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई कर अग्नि नियंत्रण किया जाए। जन सहयोग लेने से जंगलों को आसानी से आग से बचाया जा सकेगा। वन मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन की नई संभावनाओं को तलाशा जाए। उत्तराखंड का युवा रोजगार की तलाश में पलायन कर रहा है। उसे स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलेगा तो पलायन रुकेगा। पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा तो रोजगार के नए अवसर पर बनेंगे। वन मंत्री ने वन भूमि में हुए अतिक्रमणों को चिह्नित कर शीघ्र हटाने को कहा। बैठक में पीसीसीएफ हॉफ विनोद सिंघल, वन निगम के जीएम विवेक पांडेय, कॉर्बेट निदेशक नरेश कुमार, मुख्य वन संरक्षक तेजश्विनी पाटिल, रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ चंद्रशेखर जोशी, बागेश्वर वन प्रभाग के डीएफओ हिमांश बागरी, तराई पश्चिमी वन प्रभाग के डीएफओ बीएस शाही, रानीखेत भूमि संरक्षक के डीएफओ यूसी तिवारी आदि थे।