सात फरवरी 2021 को चमोली के तपोवन में आयी आपदा में रैणी गांव के समीप मलारी हाईवे पर 90 मीटर लंबा मोटर पुल बह गया था, जिससे सीमा क्षेत्र के 13 गांव अलग-थलग पड़ गए थे। आज उत्तराखंड में बीआरओ ने रैणी गांव में बैली ब्रिज तैयार कर फिर से यातायात शुरू कर दिया है। इसमें सबसे अनोखी बात यह है कि बीआरओ ने 200 फुट लम्बे इस ब्रिज का निर्माण महज 8 दिन में किया है। बीआरओ ने इस पुल के निर्माण के लिए 100 से भी अधिक मशीनें और इतने ही मजदूर लगाए थे। इस पुल के बनने से रैणी गांव और साथ ही आस पास के कई गांव वापस संपर्क में आ गए हैं।