भागवत महापुराण कथा समाज में प्रेम और सद्भाव लाती है,और कई पीढ़ियों का उद्धार होता है।अटल आदर्श ग्राम पांगरखाल में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में संत दुर्गेश महाराज ने कहा कि आज के संक्रमण काल में भागवत कथा समाज में प्रेम व सद्भावना से समरसता लाने का कार्य करती है। कहा कि अधर्म व अन्याय के प्रतीक कौरव रूपी बुराई का अंत कर भगवान श्रीकृष्ण ने धर्म, न्याय व सत्य की स्थापना पांडवों को विजय दिलाकर की। कुंती ने भगवान श्रीकृष्ण से उन्हें जीवन पर्यन्त दुख देने को कहा। क्योंकि जीवन का स्वरूप है कि वह सुख में अपने भगवान को भूल जाता है और उसे केवल दुख में ही अपने प्रभु की याद आती है।