अमेरिकी प्रशासन ने मस्क के नए प्रोजेक्ट को लेकर सख्त रुख अपना लिया है। दरअसल, अधिकारियों ने पशु-कल्याण कानूनों के संभावित उल्लंघन को लेकर एलन मस्क की चिकित्सा उपकरण कंपनी न्यूरालिंक की जांच शुरू कर दी है।
कंपनी के कर्मचारियों ने पशु परीक्षणों के बारे में सूचना दी थी, जिसके बाद जांच शुरू कर दी गई है। गौरतलब है कि, कुछ दिन पहले अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने पूरी दुनिया को न्यूरालिंक इंप्लांट लगवाने का दावा किया था। मस्क ने दावा किया था कि, छह महीने में इसका मानवीय परीक्षण भी शुरू हो जाएगा और सर्वप्रथम दृष्टिबाधितों और पैरालिसिस मरीजों की मदद की जाएगी।
अमेरिका के पशुपालन और कृषि विभाग के पास दायर रिकॉर्ड के मुताबिक, मस्क की कंपनी अब तक भेड़, सूअर और बंदर पर न्यूरालिंक डिवाइस का परीक्षण कर चुकी है। मस्क ने 2020 में न्यूरालिंक की मदद से सुअर की दिमागी हरकतों को दिखाया था। वहीं, 2021 में एक वीडियो जारी कर दावा किया कि, न्यूरालिंक लगने के बाद बंदर को पोंग नाम का वीडियो गेम खेलना सिखाया गया।
बताते चलें कि, दिमाग को कंप्यूटर से जोड़ने की तकनीक यानि ब्रेन-मशीन इंटरफेस पर दशकों से शोध हो रहा है। 2004 में एफडीए की मंजूरी के बाद शोधकर्ताओं ने एस्पिरिन की छोटी गोली के आकार एंटीना दिमाग में लगाया था, यह एक तार के जरिये कंप्यूटर से जुड़ता था। इस न्यूरल इंटरफेस को ब्रेन गेट कहा जाता है।