पिथौरागढ़ तहसील में लोगों ने जिला विकास प्राधिकरण (डीडीए) के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने एसडीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजकर डीडीए को समाप्त करने की मांग की। पिथौरागढ़ तहसील में लोगों ने जिला विकास प्राधिकरण (डीडीए) के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने एसडीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजकर डीडीए को समाप्त करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि डीडीए लोगों के खिलाफ अन्यायपूर्ण व्यवहार कर रहा है। जिसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बुधवार को लोग एसडीएम कार्यालय में एकत्र हुए। उन्होंने यहां डीडीए के खिलाफ नारे लगाकर प्रदर्शन कर आक्रोश प्रकट किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि डीडीए उन लोगों को नोटिस भेज रहा है जिन्होंने पैतृक भूमि पर आवासीय भवन बनाए हैं। नोटिस में भवनों को ध्वस्त करनरे की चेतावनी दी गई है। डीडीहाट का गठन 13 नवंबर 2017 को हुआ था। जिन लोगों को नोटिस भेजे गए हैं उन्होंने अपने भवन डीडीए के गठन से पूर्व कर लिया है। सरकार ने वर्ष 2021 के आदेश में 2016 से पूर्व के प्राधिकरणों और विनियमित क्षेत्रों को छोड़कर नये सम्मलित क्षेत्रों में मानचित्र स्वीकृति की प्रक्रिया को स्थगित करने का आदेश जारी किया था। इसके बाद भी लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है। उन्होंने शीघ्र डीडीए को खत्म नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। इस मौके पर सागर सिंह बिष्ट, सोनू पांडेय, पवन नाथ, रमेश चंद्र भट्ट,अर्जुन् सिंह, हेमंत सिंह,गोविंद सिंह भंडारी, ज्योति महर,योगेश वर्मा, हर सिंह बिष्ट, गोविंद पटियाल, होशियार सिंह, पंकज भंडारी, हीरा देवी, विमला सिरोला, लालू राम, चंचल सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे।