हरिद्वार। किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर किसान यूनियन का संघर्ष लगातार जारी है। भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता) के पदाधिकारियों के द्वारा लक्सर उप जिला अधिकारी वैभव गुप्ता को किसानों की समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम सौंपा। जिसमें मांग की गई है कि जनवरी 2022 तक किसानों से कर्ज वसूली पर रोक लगाई जाए। किसानों के साथ तहसील प्रशासन व बैंक प्रशासन के द्वारा अभद्र व्यवहार किया जा रहा है उस पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। किसानों का कहना है की इस समय किसान के पास आय का कोई स्रोत नहीं होता। जनवरी तक किसान की फसलों का पैसा मिलना शुरू हो जाता है, उस समय किसान कर्ज अदा कर सकता है।
यूनियन के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है अगर पूरे प्रदेश में कहीं भी कोई किसान कर्ज वसूली दबाव में आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम उठाता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी और किसान यूनियन हर स्तर पर संघर्ष करेगी। जिला अधिकारी लक्सर वैभव गुप्ता ने बताया वसूली के लिए जो अमीन जा रहे है उनके द्वारा वसूली को लेकर मुनियादी कराई जा रही व दबाव बनाया जा रहा है। उस संबंध में मेरे द्वारा शिकायतकर्ता को समझा दिया गया है कि एसडीएम वसूली के मामले में सक्षम अधिकारी नहीं है। अतः इस संबंध में आप अपनी मांगे समक्षम अधिकारी के समक्ष रखे। किसानों द्वारा दिया गया ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा।