अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानि आईएमएफ पाकिस्तान की अग्नि-परीक्षा ले रहा है। मंजूर हो चुके कर्ज को सेंसर करने के लिए पाकिस्तान और आईएमएफ के बीच तकनीकी वार्ता का पहला दौर कल पूरा हो गया।
दरअसल, आईएमएफ ने पाकिस्तान की आर्थिक और वित्तीय स्थिति के बारे में नौ सारणियां उसे देने का फैसला किया है, जिसके आधार पर अगले हफ्ते फिर से नीतिगत वार्ता होगी। विश्लेषकों के मुताबिक इस हफ्ते चली वार्ता से यह साफ संकेत मिला है कि, पाकिस्तान को आईएमएफ से तुरंत राहत नहीं मिलेगी।
वहीं अगले हफ्ते आईएमएफ सुधार के जो नुस्खे पाकिस्तान के सामने रखेगा, अगर उस पर सहमति बनी, तो फिर दोनों पक्षों के बीच कर्मचारी स्तर का समझौता होगा।