संघर्ष विराम की आड़ में पाकिस्तान एलओसी के नजदीक आतंकियों की बड़ी फौज खड़ी करना चाहता है। दऱअसल, पाकिस्तान के कब्जे वाले पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर यानि पीओजेके के सरहदी इलाकों के गांवों में आतंकियों की पाठशाला भी चालू है।
मिली जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तानी सेना मिलीभगत कर आतंकियों को घुसपैठ के लिए तैयार कर रही है। राजोरी और पुंछ जिलों की एलओसी से सटे पीओजेके के 24 गांवों में आतंकी कैंप चलाए जा रहे हैं। भारतीय सीमा के 5 सेक्टरों के सामने यह गांव मौजूद हैं।
हालांकि, सर्जिकल स्ट्राइक के बाद आतंकियों के कैंप सरहद से दूर शिफ्ट कर दिए गए थे। लेकिन अब इनको गांवों में शिफ्ट करने की सूचना है। पाकिस्तान के हाथ इसलिए बधें हैं क्योंकि अब सरहद पर संघर्ष विराम के चलते कोई गोलीबारी नहीं होती। तो बिना किसी रोक-टोक गांव में कैंपों चलाए जा रहे हैं। खूफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, करीब 200 आतंकियों को इन कैंपों में ट्रेनिंग देकर घुसपैठ के लिए तैयार किया जा रहा है।
बताते चलें कि, आईएसआई सर्दी शुरू होने से पहले इन आतंकियों को जम्मू संभाग में घुसपैठ करवाकर बड़े हमले कराना चाहती है। घुसपैठ के लिए उड़ी, केरन, गुरेज, चकोटी, तंगधार, राजोरी और पुंछ के अलग अलग इलाकों में ट्रेनिंग कैंप और लांच पैड बनाए गए हैं।