उत्तराखंड। आपदा के लिहाज से बेहद संवेदनशील राज्य। यहां कभी भूकंप से धरती डोलने लगती है तो कभी भूस्खलन-हिमस्खलन तबाही मचाता है। कई भीषण आपदाएं झेलने के बावजूद हम विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाए रखना आज तक नहीं सीख पाए। अब देहरादून में ही देख लें। यहां डाटकाली से मोहंड तक एलिवेटेड रोड का निर्माण प्रस्तावित है। इसके लिए 11 हजार पेड़ों को काटने के लिए चिह्नित किया गया है। इन पेड़ों को बचाने के लिए क्षेत्र की कई संस्थाएं एकजुट हो गई हैं। गांधी जयंती पर इन संगठनों ने 'चलो मोहंड' कार्यक्रम आयोजित कर जोरदार तरीके से अपनी आवाज उठाई। संगठनों ने डाटकाली में हाथों में तख्तियां लेकर और पेड़ों पर चिपक कर पेड़ों को काटे जाने का विरोध किया। आंदोलनकारियों ने कहा कि महज 11 मिनट की बचत के लिए देहरादून में 11 हजार पेड़ काटे जा रहे हैं। ऐसा बिल्कुल नहीं होने दिया जाएगा।