अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों के बच्चे भी कुमाऊंनी बोलते दिखाई देंगे, जिसकी कवायद तेज हो गई है. कुमाऊंनी भाषा बोली को बढ़ावा देने के लिए ये पहल की जा रही है. जिसे परवान चढ़ाने की कोशिश में शिक्षा महकमा लगा हुआ है. गौर हो कि नई शिक्षा नीति के तहत स्थानीय भाषा को बढ़ावा देने के लिए सरकार प्रयास कर रही है. जिसके तहत स्कूलों में हिंदी माध्यम के साथ अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों के बच्चे भी कुमाऊंनी सीखेंगे. कुमाऊंनी भाषा के प्रचार-प्रसार और नई पीढ़ी के बच्चों को अपनी संस्कृति से जोड़ने के लिए जिलाधिकारी नैनीताल धीराज सिंह गर्ब्याल की पहल पर जिले के स्कूलों में कुमाऊंनी भाषा की किताबें पढ़ाई जाएंगी.