गौलापार निवासी प्रगतिशील किसान नरेंद्र मेहरा ने हल्दी की एक नई प्रजाति की खोज की है. हल्दी के एक पौधे से 24 किलो हल्दी का उत्पादन किया है. यही नहीं उत्पादित हल्दी पूरी तरह से जैविक है. नरेंद्र मेहरा के मुताबिक देश में अभी तक एक पौधे से इतनी बड़ी मात्रा में हल्दी का उत्पादन कहीं नहीं हुआ है. उन्होंने पहली बार रिंग-पिट मेथड से एक हल्दी के पौधे से 24 किलो हल्दी का उत्पादन किया है, जो देश में पहली बार उन्होंने करके दिखाया है. वहीं, हल्दी के कंद को खोदने के लिए बकायदा तीन मजदूरों ने सब्बल के माध्यम से जमीन के अंदर से कंद को निकाला है. नरेंद्र मेहरा इस उपलब्धि से काफी उत्साहित हैं और आगे इस विधि के माध्यम से किसानों की आय को अधिक बढ़ाने का काम करेंगे।