बागेश्वर : टनकपुर-बागेश्वर रेल मार्ग निर्माण संघर्ष समिति ने टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन निर्माण में हो रही देरी को लेकर नाराजगी जताई। रेल लाइन निर्माण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर सरकार से जल्द से जल्द सामरिक महत्व की रेल लाइन का निर्माण करने की मांग की। संघर्ष समिति की अध्यक्ष नीमा दफौटी के नेतृत्व में तहसील परिसर में एकत्र रेल लाइन निर्माण समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के बाद हुई संघर्ष समिति की बैठक में संगठन की अध्यक्ष दफौटी ने कहा कि टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन अंग्रेजों के समय वर्ष 1911-12 में प्रस्तावित हो गई थी। देश की आजादी के बाद इस महत्वपूर्ण रेलवे प्रोजक्ट की ओर सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया।पूर्व पालिकाध्यक्ष गीता रावल ने कहा कि वर्ष 2013 में टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन को राष्ट्रीय महत्व का प्रोजेक्ट घोषित किया गया। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में हल्द्वानी में हुई सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल लाइन का निर्माण करने की घोषणा की। रेल लाइन की ब्राडगेज सर्वे के लिए 28 करोड़ की रकम जारी की गई। नवंबर 2022 तक रेल लाइन का सर्वे कार्य पूरा होना था। हाल में आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार प्रतिशत भी सर्वे नहीं हुआ है।