पौड़ी के जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने मेडिकल स्टोरों में लगे सीसीटीवी कैमरों की नियमित चेकिंग करने के निर्देश दिए है। डीएम ने कहा कि कैमरों की रिकार्डिंग चेकिंग के दौरान यह देखा जाए कि बच्चों और युवाओं को कहीं कोई मेडिकल स्टोर नशीली दवाइयां तो नहीं दे रहा है, यदि ऐसा कोई मामला सामने आता तो इस संबंध में कार्रवाई भी अमल में लाई जाए। शुक्रवार को नार्को को-आर्डिनेशन सेंटर समिति की बैठक लेते हुए डीएम ने नशा मुक्ति के लिए एटीएफ (एडिक्शन ट्रीटमेंट फैसिलिटी) सेंटर खोलने का प्रस्ताव तैयार करने को भी कहा। वहीं सीएमओ को सभी इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज सहित अन्य शैक्षणिक संस्थानों में नियमित रूप से स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए वर्कशॉप या जन जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा। जबकि उच्च शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों को नशे से दूर करने के लिए ऐसी फिल्म दिखाने के लिए कहा, जिनमें नशा मुक्ति का संदेश हो। नशे के खिलाफ छात्रों को ई-प्रतिज्ञा दिलाने के भी निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि नशा मुक्ति को स्कूलों के पाठ्यक्रमों में शामिल किया जा सकता है। बच्चों को नशे से बचाने और इससे होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए। डीएम ने अफसरों को खुले में धूम्रपान करने वालों के चालान करने को भी कहा। बैठक में सीडीओ गिरीश गुणवंत, सीएमओ डॉ. प्रवीण कुमार, सीओ अनुज कुमार, डीसीआरबी प्रभारी इंस्पेक्टर देवेंद्र कप्रवाण और आबकारी निरीक्षक मुकेश डिमरी आदि मौजूद रहे।