उत्तरकाशी: चार दिवसीय पौराणिक एवं धार्मिक बाड़ाहाट कू थौलू (मेला) प्रसाद वितरण के साथ संपन्न हो गया। इस दौरान ढोल की थाप पर देव डोलियों और पश्वाओं का रांसो नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा। थौलू के समापन अवसर पर भैरव चौक स्थित देवस्थल चमाला की चौंरी पर ढोल की थाप पर देव डोलियों, पश्वा व पुजारियों ने नृत्य किया। पश्वा व पुजारियों ने रासो नृत्य करते हुए प्राचीन परशुराम मंदिर की परिक्रमा की। जिन्हें देखने के लिए लोग अपने घरों की छतों पर भी जुुटे रहे।