Read in App


• Thu, 20 May 2021 11:50 am IST


दो किलोमीटर की यात्रा में लग रहा तीस मिनट


चंपावत-जिले में श्रमदान से 20 साल पहले बनी नरसिंहडांड़ा-कालूखाड़ सड़क के दो किमी हिस्से पर डामरीकरण न होने से यात्रा करने में 30 मिनट का समय लग रहा है। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी सड़क का काम शुरू नहीं हो पाया है। कोविड कर्फ्यू में सरकारी कार्यालय बंद होने से सड़क का सर्वे का काम बंद है। वर्ष 2001 में मैरोली ग्रामसभा के कई गांवों के सैकड़ों लोगों ने रात दिन काम कर फुटलिंग मंदिर से कालूखाड़ गांव के जीआइसी तक सड़क का निर्माण किया।