श्रीनगर: शहर क्षेत्र में कूड़े का निस्तारण एक बड़ी समस्या रहती है. यहां लगभग हर दिन 10 टन कूड़ा निकलता है, जबकि ये आंकड़ा तब बड़ा हो जाता है, जब महीने भर का 300 टन कूड़ा जमा हो जाता है. श्रीनगर में निगम क्षेत्र में कुल 40 वोर्ड है, जहां से कूड़ा एकत्र किया जाता है. ऐसे में इस कूड़े को निस्तारित करना एक चुनौती रहती है. लेकिन अब नगर निगम श्रीनगर प्रशासन ने इसका रास्ता निकाल लिया है. अब निगम इस कूड़े से खाद बनाने लगा है.
नगर निगम क्षेत्र में रोजाना इकट्ठा होने वाले कूड़े कचरे से निगम प्रशासन अब जैविक खाद बना रहा है. गिरगांव के समीप निगम के ट्रेंचिंग ग्राउंड में जैविक खाद बनाई जा रही है. प्रथम चरण में 13 टन जैविक खाद तैयार की गई है. इसे अभी लोगों को निशुल्क बांटा जा रहा है भविष्य में इस इस जैविक खाद को बाजार में भी दिया जाएगा, जिससे निगम की आय में बढ़ोतरी होगी. इस जैविक खाद को बढ़ावा देने को लेकर नगर निगम आयुक्त नुपुर वर्मा की पहल पर निगम सभागार में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
इस अवसर पर जैविक खाद का पहला पैकेट तहसीलदार धीरज राणा ने निगम आयुक्त को भेंट किया गया. निगम आयुक्त ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को जैविक खाद के पैकेट निशुल्क वितरित किए. नगर निगम के सहायक आयुक्त रविराज बंगारी ने कहा कि जैविक खाद प्रयोग को बढ़ावा देने का विशेष अभियान चलाया जा रहा है. बताया कि प्रथम चरण में 13 कुंतल कूड़े से खाद बनाई गई है, ये खाद पूरी तरह से जैविक खाद है. इसे फिलहाल लोगों को निशुल्क दिया जा रहा है इसके साथ साथ प्लास्टिक, कांच को भी रिसाइकल किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अब नगर निगम विभिन्न सस्थानों, स्वयं सहायता समूहों, समाजिक संगठनों को कूड़े से खाद बनाने के बारे में जानकारी देगा.