हरिद्वार । मेयर अनीता शर्मा द्वारा विधायक मदन कौशिक की विधायक निधि से बनाए गए पुस्तकालयों का निरीक्षण करने के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। इन पुस्तकालयों में किताबे तो नहीं मिली लेकिन जर्जर हो चुके भवनों में कहीं शराब की खाली बोतलें पड़ी मिली तो कहीं अनाज सुखाया जाता मिला। आसपास के लोगों का कहना है कि यहां पुस्तकालय तो कभी संचालित ही नहीं हुआ। निरीक्षण के दौरान मेयर अनीता शर्मा के साथ मौजूद वरिष्ठ पत्रकार रतनमणी डोभाल ने विधायक मदन कौशिक के नाम खुला पत्र सोशल मीडिया पर जारी करके पुस्तकालयों की हकीकत विधायक के साथ-साथ आम जनता को भी बताई है। पत्रकार रतनमणी डोभाल ने बताया कि इस दौरान में भी मौजूद थे। उत्तरी हरिद्वार की कृष्णा गली में एक पुस्तकालय भवन का भोग लगा पाया गया जो उनकी गली के नाम पर पास हुआ था लेकिन भवन कृष्णा गली में मिला। वहां न तो कोई छात्र था न फर्नीचर ना किताबें। भवन जर्जर बना हुआ था। इसी तरह एक अन्य पुस्तकालय भवन बताए गए जर्जर भवन में शराब की खाली बोतलें पड़ी पाई गई जबकि एक जगह अनाज सुखाया जा रहा था। आसपास के लोगों ने स्पष्ट बताया कि यहां कभी भी कोई अस्पताल में कोई पुस्तकालय संचालित होना नहीं पाया गया। पत्रकार रतनमणी डोभाल ने तंज कसते हुए कहा कि गरीबों के बच्चों पर इतना भी रहम ठीक नहीं। उनकी यह चिट्ठी सोशल मीडिया के साथ-साथ शहर भर में चर्चा का विषय बनी हुई है।