जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान कोसी कटारमल, अल्मोड़ा किसानों की आजीविका बढ़ाने और उच्च हिमालयी औषधीय पादपों के संरक्षण और खेती के लिए कार्य कर रही है। इसके लिए प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। इसके माध्यम से किसानों को जड़ी बूटी की खेती कर औषधीय पादपों के संरक्षण के बारे में बताया गया। राष्ट्रीय हिमालयी अध्ययन मिशन के तहत चौदास घाटी में जड़ी बूटी कृषिकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें स्थानीय किसानों को जड़ी-बूटी की महत्ता, खेती की तकनीक, पंजीकरण विधि, सरकारी परियोजनाओं, बाजारीकरण आदि मुख्य बिंदुओं पर जानकारी प्रदान की गई। परियोजना वैज्ञानिक डॉ. आईडी भट्ट ने कहा कि उच्च हिमालयी जड़ी बूटियों की खेती से जुड़े किसानों को भविष्य में उत्पादित सामग्री के लिए बाजार उपलब्ध कराया जाएगा।