भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में शीर्ष अदालत से लेकर निचली अदालत की भूमिका पर चर्चा की।
कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए चीफ जस्टिस ने कहा कि, अदालत के लिए, कोई बड़ा या छोटा मामला नहीं होता है, हर मामला महत्वपूर्ण होता है क्योंकि नागरिकों की शिकायतों से जुड़े छोटे मामलों में ही संवैधानिक और न्यायशास्त्रीय महत्व के मुद्दे सामने आते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि, ऐसी शिकायतों को दूर करने में अदालत सादे संवैधानिक दायित्वों का पालन करती है। वहीं चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने आगे कहा कि, हमारी अदालत लैंगिक समानता के एक मजबूत समर्थक के रूप में उभरी है, चाहे वह विरासत के कानून की व्याख्या हो या सशस्त्र बलों में महिलाओं के प्रवेश को सुरक्षित करना हो।